वाइपर मालवेयर कई सालों से साइबर दुनिया में मौजूद है, लेकिन यूक्रेन पर रूस के आक्रामक रवैये ने एक बार फिर से इसको सुर्खियों में ला दिया है | ऐसा माना जा रहा है, कि रूस ने हाल के दिनों में वाइपर मालवेयर से ही यूक्रेन को निशाना बनाया है, तो आइए आपको बताते हैं कि वाइपर मालवेयर असल में करता क्या है? और ये कितना नुकसान पहुंचाता है | इसके बारे में जानते हैं पूरी जानकारी विस्तार से ताकि आपको भी वाइपर मैलेवयेर के बारे में जानकारी मिल सके, तो चलिए जानते हैं कि Wiper मैलवेयर क्या है ? – Wiper Malware kya Hai :-

गुरुवार 24 फरवरी की सुबह यूक्रेन की सरकार की कई महत्वपूर्ण वेबसाइट्स साइबर हमले का शिकार हुई हैं | ये हमला रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की युद्ध की घोषणा के ठीक बाद देखने को मिला है | सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन के विदेश मंत्रालय समेत कई अन्य मंत्रालयों और विभागों की वेबसाइट्स पर साइबर अटैक हुआ है | साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर्स के अनुसार, यूक्रेन में हैकिंग की एक अलग घटना भी हुई है, इसमें वहां के सैकड़ों कम्प्यूटर्स में डेटा-वाइपिंग टूल का पता लगाया गया है | वहीं गुरुवार से पहले बुधवार को भी यूक्रेन की संसद और मंत्रियों की वेबसाइट थोड़ी देर के लिए हैकिंग का शिकार हुई थी |
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Wiper Malware kya Hai
Wiper Malware के द्वारा इफेक्टेड सिस्टम के सभी डेटा को परमानेंट डिलीट कर देता है | इस मैलवेयर की सबसे खतरनाक बात यह है कि जो डेटा डिलीट हो गई हो , उसे फिर से रिकवर नहीं किया जा सकता है , यानी कि जो चला गया वो चला गया | इसके द्वारा डिलीट किए गए डाटा को रिकवर करना पॉसिबल ही नहीं है | Wiper Malware के उपयोग का मकसद सिस्टम को पूरी तरह से खत्म कर देना है | इस कारण से ही युद्ध के समय Wiper Malware का यूज बेनिफिट देता है |
जहां तक सार्वजनिक रूप से मौजूद और दूसरे मालवेयर से तुलना करें , तो वाइपर को पैसा चुराने या फिरौती मांगने के लिए नहीं किया गया था | वहीं वाइपर अटैक का एकमात्र उद्देश्य पूरे सिस्टम को तबाह करना था | ऐसे में युद्ध जैसी स्थितियों में हमलावर देशों के लिए वाइपर मालवेयर बड़े काम की चीज है |
Wiper मैलेवयेर कैसे करता है टारगेट?
Wiper मैलवेयर यूज करने के पीछे की वजह इसके होने का सबूत मिटाना है, यानी जो भी इसका यूज करता वो दुनिया के सामने नहीं आना चाहता है | इस केस में रिपोर्ट में बताया गया है | इसका यूज रूस कर रहा है जबकि वो इन आरोपों का खंडन कर रहा है | Wiper सिस्टम रिकवरी टूल को अटैक करने में कैपेबल है, इससे यूजर के पास कुछ भी दावा के लिए बचता है | ऐसा संभव है कि ये मैलवेयर ह्यूमन एरर या साइबर हाइजिन की कमी का फायदा उठा कर सिस्टम को टारगेट करता है | इसके अटैक से बचाव के लिए सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स किसी सस्पेक्टेड फाइल या सॉफ्टवेयर को डाउनलोड ना करने की सलाह देते हैं |
वाइपर मालवेयर पर्सनल कंप्यूटर को कैसे तबाह करता है?
वाइपर मालवेयर का प्रयोग आमतौर पर सबूतों को मिटाने के लिए किया जाता है | ऐसी चीजें जिसे हमलावर देश दुनिया के सामने नहीं आने देना चाहते हैं | हो सकता है कि यूक्रेन के प्रतिष्ठानों पर साइबर हमले करके रूस अपनी निशानियां मिटा रहा हो | वाइपर मालवेयर इतना ताकतवर होता है कि वह पूरे रिकवरी टूल्स को ही खत्म कर सकता है, इसके हमले के बाद एक व्यक्ति या संस्थान पूरी तरह असहाय हो जाता है और उनके पास इतना डाटा भी नहीं बचता है कि वह किसी हमले का सबूत दे सके |
वाइपर मालवेयर या इसके जैसे खतरनाक मालवेयर इंसानी गलती की वजह से ही सिस्टम में एंट्री करते हैं | सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स की सलाह है , कि किसी भी संदिग्ध फाइल को डाउनलोड करने से बचा जाना चाहिए और किसी भी सॉफ्टवेयर को उसके शेड्यूल से पहले अपडेट भी नहीं करना चाहिए |
मालवेयर अटैक से बचने के लिए क्या करें?
साइबर हमलों से बचाव के लिए डाटा का बैकअप सबसे जरूरी होता है | मतलब कि महत्वपूर्ण डाटा का हमेशा बैकअप रखें, ताकि कोई भी मालवेयर कभी भी आपके सिस्टम पर हमला करे तो आपका डाटा आपके पास सुरक्षित रहे | अपने पर्सनल कंप्यूटर के फायरवॉल सिस्टम को मजबूत बनाएं ताकि आपके संस्थान के नेटवर्क पर किसी भी संदिग्ध गतिविधि की पहचान की जा सके और उसे रोका जा सके |

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